पोषक तत्व (Nutrients) Topic For ssc rrb Exam पोषक तत्व (Nutrients) की संपूर्ण जानकारी हिंदी में - विटामिन, खनिज, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा के कार्य, स्रोत और कमी से रोग। FOR SSC RRB EXAM पोषक तत्व क्या हैं? पोषक तत्व वे रासायनिक पदार्थ हैं जो भोजन में पाए जाते हैं और शरीर की वृद्धि, विकास, ऊर्जा उत्पादन और रखरखाव के लिए आवश्यक होते हैं। ये शरीर के सामान्य कार्यों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पोषक तत्वों का वर्गीकरण पोषक तत्वों को दो मुख्य श्रेणियों में बांटा गया है: 1. मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (Macronutrients) - वृहत पोषक तत्व ये बड़ी मात्रा में आवश्यक होते हैं: (A) कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) परिभाषा: कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से बने कार्बनिक यौगिक जो शरीर के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत हैं। रासायनिक सूत्र: (CH₂O)n या Cx(H₂O)y प्रकार: सरल शर्करा (Simple Sugars): ग्लूकोज, फ्रक्टोज, सुक्रोज जटिल कार्बोहाइड्रेट: स्टार्च, सेल्यूलोज, ग्लाइकोजन मुख्य स्रोत: चावल, गेहूं, आलू, मक्का, फल, शहद कार्य: शरीर को ऊर्जा प्रदान करना (1 ग्राम = 4 किलोकैलोरी) ...
Mahajanapadas – महाजनपद
महाजनपद (Mahajanapadas) प्राचीन भारत के राजनीतिक इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। यह लगभग 600 ई.पू. से 400 ई.पू. के बीच का काल था, जब छोटे-छोटे जनपद मिलकर बड़े राज्यों (महाजनपदों) में परिवर्तित हुए।
पृष्ठभूमि
- वैदिक काल में समाज जनपदों (कबीलों/जनजातीय क्षेत्रों) में बँटा हुआ था।
- बाद में कृषि, व्यापार, और शहरीकरण के कारण ये जनपद बड़े और शक्तिशाली राज्यों में बदल गए।
- इन्हें "महाजनपद" कहा गया।
कुल महाजनपद
बौद्ध ग्रंथ अंगुत्तर निकाय और जैन ग्रंथ भगवतीसूत्र में 16 महाजनपदों का उल्लेख मिलता है।
16 महाजनपद और उनकी राजधानियाँ:
- कुरु – राजधानी इन्द्रप्रस्थ / हस्तिनापुर
- पांचाल – राजधानी कम्पिल्य
- वृजि (वज्जि संघ) – राजधानी वैशाली
- मगध – राजधानी राजगृह (बाद में पाटलिपुत्र)
- काशी – राजधानी वाराणसी
- कोशल – राजधानी श्रावस्ती
- अंग – राजधानी चंपा
- वंश (वत्स) – राजधानी कोसंबी
- अवंति – राजधानी उज्जैन / महिष्मती
- गांधार – राजधानी तक्षशिला
- कम्बोज – उत्तर-पश्चिम क्षेत्र (राजधानी निश्चित नहीं, कभी राजपुरा मानी जाती है)
- मल्ल – प्रमुख नगर कुशीनगर और पावा
- अश्सक (अस्सक/अस्सक/अश्सक) – राजधानी पोतलि
- चेदी – राजधानी शुक्तिमती
- शुरसेन (सुरसेन) – राजधानी मथुरा
- मत्स्य – राजधानी विराटनगर (जयपुर के पास)
विशेषताएँ
- इनमें से कुछ राज्य (monarchies) थे (जैसे – मगध, कोशल, अवंति)।
- कुछ गणराज्य (republics) थे (जैसे – वृजि, मल्ल, शक्य)।
- व्यापार और शहरीकरण के चलते महाजनपदों में धातु मुद्रा का प्रयोग शुरू हुआ।
- मगध सबसे शक्तिशाली बना और धीरे-धीरे बाकी महाजनपदों को अपने साम्राज्य में मिला लिया।
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