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पोषक तत्व (Nutrients) की संपूर्ण जानकारी हिंदी में - विटामिन, खनिज, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा के कार्य, स्रोत और कमी से रोग। FOR SSC RRB EXAM

पोषक तत्व (Nutrients) Topic For ssc rrb Exam पोषक तत्व (Nutrients) की संपूर्ण जानकारी हिंदी में - विटामिन, खनिज, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा के कार्य, स्रोत और कमी से रोग। FOR SSC RRB EXAM पोषक तत्व क्या हैं? पोषक तत्व वे रासायनिक पदार्थ हैं जो भोजन में पाए जाते हैं और शरीर की वृद्धि, विकास, ऊर्जा उत्पादन और रखरखाव के लिए आवश्यक होते हैं। ये शरीर के सामान्य कार्यों को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पोषक तत्वों का वर्गीकरण पोषक तत्वों को दो मुख्य श्रेणियों में बांटा गया है: 1. मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (Macronutrients) - वृहत पोषक तत्व ये बड़ी मात्रा में आवश्यक होते हैं: (A) कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates) परिभाषा: कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन से बने कार्बनिक यौगिक जो शरीर के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत हैं। रासायनिक सूत्र: (CH₂O)n या Cx(H₂O)y प्रकार: सरल शर्करा (Simple Sugars): ग्लूकोज, फ्रक्टोज, सुक्रोज जटिल कार्बोहाइड्रेट: स्टार्च, सेल्यूलोज, ग्लाइकोजन मुख्य स्रोत: चावल, गेहूं, आलू, मक्का, फल, शहद कार्य: शरीर को ऊर्जा प्रदान करना (1 ग्राम = 4 किलोकैलोरी) ...

Peninsular Rivers of India – उत्तर से दक्षिण तक प्रायद्वीपीय नदियाँ | Complete Notes for SSC & RRB

प्रायद्वीपीय नदियाँ (Peninsular Rivers of India)


🌍 परिचय (Introduction)

भारत की प्रायद्वीपीय नदियाँ मुख्यतः दक्षिण भारत के पठारी क्षेत्र से निकलती हैं। ये नदियाँ प्राचीन, स्थिर और वर्षा पर निर्भर (Seasonal) होती हैं।
इनका अधिकांश प्रवाह पूर्व दिशा की ओर (Bengal की खाड़ी) है, जबकि कुछ नदियाँ पश्चिम दिशा की ओर (Arab सागर) में गिरती हैं।


⚙️ मुख्य विशेषताएँ (Key Features)

  1. अधिकांश नदियाँ वर्षा आधारित हैं, इसलिए गर्मियों में जल प्रवाह घट जाता है।
  2. ये नदियाँ पुराने पठार क्षेत्रों में बहती हैं, जहाँ कटाव कम और अपरदन अधिक होता है।
  3. इनमें जलविद्युत और सिंचाई की बड़ी क्षमता है।
  4. अधिकांश नदियाँ डेल्टा बनाती हैं (पूर्वी तट वाली)।
  5. पश्चिमी तट वाली नदियाँ सामान्यतः मुहाना (Estuary) बनाती हैं।

🧭  क्रमवार (From North to South)


🟩 1. माही नदी (Mahi River)

  • उद्गम स्थान: मध्य प्रदेश के धार जिले की विंध्य पहाड़ियाँ।
  • प्रवाह दिशा: उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पश्चिम की ओर मुड़कर अरब सागर में गिरती है।
  • राज्य: मध्य प्रदेश → राजस्थान → गुजरात।
  • मुख्य सहायक नदियाँ: सोम, बनास, अनास।
  • मुख्य बाँध: माही बाँध (बाँसवाड़ा, राजस्थान)।
  • विशेषता: भारत की कुछ नदियों में से एक जो त्रिकोणीय प्रवाह बनाती है – उत्तर की ओर फिर दक्षिण-पश्चिम की ओर बहती है।

🟩 2. साबरमती नदी (Sabarmati River)

  • उद्गम: अरावली की पहाड़ियों (राजस्थान के उदयपुर के पास)।
  • प्रवाह दिशा: दक्षिण-पश्चिम की ओर होकर अरब सागर में।
  • राज्य: राजस्थान → गुजरात।
  • मुख्य शहर: अहमदाबाद।
  • मुख्य बाँध: धरोई बाँध।
  • विशेषता: यह एक छोटी नदी है लेकिन ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण — गाँधी आश्रम इसी के किनारे है।

🟩 3. नर्मदा नदी (Narmada River)

  • उद्गम: अमरकंटक पठार, मध्य प्रदेश।
  • प्रवाह दिशा: पश्चिम की ओर (Arab सागर)।
  • राज्य: मध्य प्रदेश → महाराष्ट्र → गुजरात।
  • लंबाई: लगभग 1312 किमी।
  • मुख्य सहायक नदियाँ: तवा, हिर्ण, शेर, बंजर।
  • मुख्य बाँध: सरदार सरोवर, बरगी, ओंकारेश्वर।
  • विशेषता: यह रिफ्ट घाटी (Rift Valley) नदी है, और Vindhya व Satpura पर्वतों के बीच बहती है।

🟩 4. ताप्ती / तापी नदी (Tapti River)

  • उद्गम: सतपुड़ा पर्वत की मुलताई पहाड़ियों से (मध्य प्रदेश)।
  • प्रवाह दिशा: पश्चिम की ओर अरब सागर।
  • राज्य: मध्य प्रदेश → महाराष्ट्र → गुजरात।
  • लंबाई: लगभग 724 किमी।
  • मुख्य सहायक नदियाँ: पुर्णा, गिरना, पांजरा।
  • मुख्य शहर: सूरत।
  • मुख्य बाँध: हथगढ़ बाँध, उकाई बाँध।
  • विशेषता: नर्मदा की तरह यह भी रिफ्ट घाटी से होकर बहती है।

🟩 5. गोदावरी नदी (Godavari River)

  • उद्गम: त्र्यंबक पहाड़ी, नासिक (महाराष्ट्र)।
  • प्रवाह दिशा: पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी।
  • राज्य: महाराष्ट्र → तेलंगाना → छत्तीसगढ़ → आंध्र प्रदेश।
  • लंबाई: लगभग 1465 किमी (भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी)।
  • मुख्य सहायक नदियाँ: प्राणहिता, इंद्रावती, मंजीरा, सबरी, वारणा।
  • मुख्य बाँध: जयकवाड़ी बाँध, पोलावरम परियोजना।
  • विशेषता: इसे “दक्षिण गंगा” (Dakshin Ganga) कहा जाता है।
  • डेल्टा: आंध्र प्रदेश में विशाल डेल्टा बनाती है।

🟩 6. महानदी (Mahanadi River)

  • उद्गम: छत्तीसगढ़ के सिहावा पर्वत (दंतेवाड़ा)।
  • प्रवाह दिशा: पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी।
  • राज्य: छत्तीसगढ़ → ओडिशा।
  • लंबाई: लगभग 858 किमी।
  • मुख्य सहायक नदियाँ: इब, हंसदो, जोंक, सेओनथ।
  • मुख्य बाँध: हीराकुंड बाँध (सांभरपुर, ओडिशा)।
  • विशेषता: हीराकुंड बाँध विश्व के सबसे लंबे मिट्टी बाँधों में से एक है।

🟩 7. इंद्रावती नदी (Indravati River)

  • उद्गम: दंडकारण्य क्षेत्र, छत्तीसगढ़।
  • प्रवाह दिशा: पूर्व की ओर, गोदावरी की सहायक नदी के रूप में।
  • राज्य: छत्तीसगढ़ → महाराष्ट्र → तेलंगाना → आंध्र प्रदेश।
  • विशेषता: बस्तर क्षेत्र की प्रमुख नदी।

🟩 8. सबरी नदी (Sabari River)

  • उद्गम: ओडिशा के पूर्वी घाट।
  • प्रवाह दिशा: दक्षिण की ओर, गोदावरी में मिलती है।
  • राज्य: ओडिशा → छत्तीसगढ़ → आंध्र प्रदेश।

🟩 9. कृष्णा नदी (Krishna River)

  • उद्गम: महाबलेश्वर, पश्चिमी घाट (महाराष्ट्र)।
  • प्रवाह दिशा: पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी।
  • राज्य: महाराष्ट्र → कर्नाटक → तेलंगाना → आंध्र प्रदेश।
  • लंबाई: लगभग 1400 किमी।
  • मुख्य सहायक नदियाँ: भीमा, तुंगभद्रा, घटप्रभा, कोयना।
  • मुख्य बाँध: नगरजुनसागर, श्रीशैलम, कोयना।
  • विशेषता: इसका डेल्टा उपजाऊ क्षेत्र बनाता है (कृष्णा डेल्टा)।

🟩 10. भीमा नदी (Bhima River)

  • उद्गम: भीमाशंकर (पश्चिमी घाट, महाराष्ट्र)।
  • राज्य: महाराष्ट्र → कर्नाटक → तेलंगाना → आंध्र प्रदेश।
  • प्रवाह: कृष्णा नदी की सहायक।
  • मुख्य बाँध: उजनी बाँध।

🟩 11. तुंगभद्रा नदी (Tungabhadra River)

  • निर्माण: तुंगा और भद्रा नदियों के संगम से (कर्नाटक)।
  • राज्य: कर्नाटक → आंध्र प्रदेश।
  • मुख्य बाँध: तुंगभद्रा बाँध (होस्पेट)।
  • विशेषता: हम्पी क्षेत्र इसी के किनारे है।

🟩 12. पेनार / पेनना नदी (Penner River)

  • उद्गम: नंदी हिल्स (कर्नाटक)।
  • प्रवाह दिशा: पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी।
  • राज्य: कर्नाटक → आंध्र प्रदेश।
  • मुख्य सहायक नदियाँ: जयमंगला, चीत्रावती, पापगनी।
  • मुख्य बाँध: सिद्धेश्वर, गोपालस्वामी बाँध।

🟩 13. कावेरी नदी (Cauvery River)

  • उद्गम: ब्रह्मगिरि पहाड़ी (कोर्ग, कर्नाटक)।
  • प्रवाह दिशा: पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी।
  • राज्य: कर्नाटक → तमिलनाडु।
  • लंबाई: लगभग 805 किमी।
  • मुख्य सहायक नदियाँ: हेमावती, काबिनी, भवानी, अमरावती।
  • मुख्य बाँध: कृष्णराजसागर, मेट्टूर बाँध।
  • विशेषता:दक्षिण भारत की जीवन रेखा” कही जाती है।
  • डेल्टा: कावेरी डेल्टा तमिलनाडु का सबसे उपजाऊ क्षेत्र है।

🟩 14. वैगाई नदी (Vaigai River)

  • उद्गम: वरुषणाडु पहाड़ियाँ (पश्चिमी घाट, तमिलनाडु)।
  • प्रवाह दिशा: पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी।
  • मुख्य शहर: मदुरै।
  • मुख्य बाँध: वैगाई बाँध।

🟩 15. पेरियार नदी (Periyar River)

  • उद्गम: कार्डमम हिल्स, पश्चिमी घाट (केरल)।
  • प्रवाह दिशा: पश्चिम की ओर अरब सागर।
  • मुख्य बाँध: मुल्लपेरियार बाँध।
  • विशेषता: केरल की सबसे बड़ी नदी।

🟩 16. भरतपुझा नदी (Bharathapuzha River)

  • उद्गम: अनैमलाई पहाड़ियाँ (केरल)।
  • प्रवाह दिशा: पश्चिम की ओर अरब सागर।
  • विशेषता: केरल की दूसरी सबसे लंबी नदी।

🟩 17. पम्बा नदी (Pamba River)

  • उद्गम: सबरीमाला पहाड़ियाँ (पश्चिमी घाट, केरल)।
  • प्रवाह दिशा: पश्चिम की ओर अरब सागर।
  • महत्व: प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर इसके तट पर है।

🧾 सारणी (Summary Table)

दिशा प्रमुख नदियाँ समुद्र
पश्चिम की ओर बहने वाली      नर्मदा, तापी, माही, साबरमती, पेरियार, भरतपुझा, पम्बा        अरब सागर
पूर्व की ओर बहने वाली गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, महानदी, पेनार, वैगाई, इंद्रावती, सबरी            बंगाल की खाड़ी

🌐 निष्कर्ष (Conclusion)

  • भारत की प्रायद्वीपीय नदियाँ भारत के आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन में महत्वपूर्ण हैं।
  • ये नदियाँ दक्षिण भारत की कृषि, जलविद्युत और परिवहन का आधार हैं।
  • पश्चिमी घाट से निकलने वाली अधिकांश नदियाँ खाड़ी या मुहाने बनाकर समाप्त होती हैं।



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